हमास से लड़ने के लिए इजराइल ने गाजा बॉर्डर पर एक लाख सैनिक भेजे हैं। वहीं इजराइल की एयरफोर्स ने रात भर हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के 500 वॉर रूम तबाह किए। जंग के तीसरे दिन अब तक 700 इजराइलियों की मौत हुई है। वहीं इजराइल की जवाबी कार्रवाई में 500 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, 2000 से ज्यादा घायल हैं।
दूसरी तरफ, हमास ने दावा किया है कि उसने इजराइल के 130 लोगों को अगवा किया है। इन्हें गाजा पट्टी में सुरंगों में रखा है। वह इन बंधकों का इस्तेमाल मानव ढाल के रूप में करेगा, ताकि इजराइल हमला करे तो उसके ही लोग मारे जाएं। इजराइल की डिफेंस फोर्स ने बताया है कि बंधकों में महिलाएं, बच्चे और परिवार शामिल हैं।
ट्रैक्टर लेकर इजराइल में घुस रहे हमास के लड़ाके
अमेरिका ने इजराइल को मिलिट्री सपोर्ट देने की बात कही है। US डिफेंस सेक्रेटरी लॉयड ऑस्टिन ने कहा- मदद के लिए हमारे जहाज और लड़ाकू विमान इजराइल की तरफ बढ़ रहे हैं। हमने USS जेराल्ड आर फोर्ड एयरक्राफ्ट कैरियर (बॉरशिप) को अलर्ट कर दिया है।
इजराइल के कर्नल रिचर्ड ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि हमास के लड़ाके अब भी इजराइल में घुस रहे हैं। ट्रैक्टर से घुस रहे एक लड़ाके को इजराइली सैनिकों ने मारा गिराया।
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल में 7 से 8 लोकेशन्स पर लड़ाई जारी है। इसमें उनके 73 सैनिकों की मौत हुई है। जहाँ जहाँ से हमास के लड़ाकों को बाहर निकाला जा रहा है. वहां, इजराइलियों के शव मिल रहे हैं।
हमास के हमलों में अब तक 28 विदेशी नागरिकों की जान जाने की भी खबर है। इनमें नेपाल के 10, अमेरिका के 4. थाईलैंड के 12 और यूक्रेन के 2 नागरिक भी शामिल हैं। कई देशों ने इजराइल से अपने नागरिकों को निकालने का काम भी शुरू कर दिया है। थाईलैंड और कजाकिस्तान अपने नागरिकों को निकालने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं, पोलैंड का प्लेन अपने नागरिकों को रेस्क्यू करने के लिए इजराइल पहुंच चुका है। रोमानिया ने भी अपने 800 लोगों का रेस्क्यू किया है।
इजराइल में 18 हजार भारतीय, सभी सुरक्षित
तेल अवीव स्थित भारतीय दूतावास के मुताबिक, इजराइल में 18,000 भारतीय रह रहे हैं। फिलहाल सभी सुरक्षित हैं। इजराइल पहुंचे भारतीय पर्यटकों ने दूतावास से सुरक्षित निकाले जाने की अपील की है।
वहाँ अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और यूक्रेन ने उनके नागरिको के मारे जाने की पुष्टि की है। दूसरी तरफ, नेपाल के विदेश मंत्री ने कहा है कि उनके देश के 11 स्टूडेंट मारे गए हैं, जबकि 4 स्टूडेंट घायल हैं। नेपाल के विदेश मंत्री के मुताबिक, उनके 17 छात्र कित्ज इलाके में थे। जहां हमास ने फायरिंग की। दरअसल, हमास ने इजराइल में मौजूद दूसरे देशों के नागरिकों को भी कब्जे में लेना शुरू कर दिया है। वहां थाइलैंड के 2 नागरिकों की मौत हो गई है। थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने बताया है कि उनके 11 नागरिक हमास के कब्जे में है।
मोसाद कैसे काम करता है
$3 बिलियन वार्षिक बजट और 7,000-मजबूत कर्मचारियों के साथ, मोसाद दूसरे स्थान पर है
सीआईए के बाद पश्चिम में सबसे बड़ी जासूसी एजेंसी।
डेविड "दादी" बार्निया, जो जून 2021 में मोसाद प्रमुख के रूप में योसी कोहेन के उत्तराधिकारी बने, का चयन एक बेहद गोपनीय प्रक्रिया के माध्यम से किया गया था, जिसकी जानकारी इजरायली प्रधान मंत्री के कार्यालय, एजेंसी और सिविल सेवा सलाहकार समिति में केवल कुछ चुनिंदा लोगों को ही थी, जो जांच करती है और यहां तक कि इजरायली प्रधानमंत्री की नियुक्ति को भी मंजूरी दे दी।
मोसाद के कई विभाग हैं, लेकिन इसकी आंतरिक संरचना का विवरण क्या है?
अधिकतर छिपा हुआ. इसका न केवल फिलिस्तीनी आतंकवादी समूहों के अंदर, बल्कि लेबनान, सीरिया और ईरान जैसे शत्रु देशों में भी मुखबिरों और एजेंटों का एक नेटवर्क है। ख़ुफ़िया एजेंसी का विशाल जासूसी नेटवर्क उन्हें उग्रवादी नेताओं की गतिविधियों की गहन जानकारी प्रदान करता है, जिससे वे आवश्यकता पड़ने पर सटीक हत्याओं को अंजाम देने में सक्षम होते हैं।
विभाग:
• मोसाद का संग्रह विभाग सबसे बड़ा प्रभाग है,दुनिया भर में जासूसी अभियानों के लिए जिम्मेदार। • राजनीतिक कार्रवाई और संपर्क विभाग राजनीतिक गतिविधियों का संचालन करता है और मित्रवत विदेशी खुफिया सेवाओं और उन देशों के साथ काम करता है जिनके साथ इज़राइल के औपचारिक राजनयिक संबंध नहीं हैं
• स्पेशल ऑपरेशंस डिवीजन, जिसे मेट्सडा के नाम से भी जाना जाता है, कार्यान्वित करता है
• अत्यधिक संवेदनशील हत्याएं, तोड़फोड़, अर्धसैनिक और मनोवैज्ञानिक
युद्ध संचालन के लिए
• एलएपी (लोहामा साइकोलोगिट) विभाग मनोवैज्ञानिक युद्ध, प्रचार और धोखे के संचालन के लिए जिम्मेदार है।
• अनुसंधान विभाग दैनिक स्थिति रिपोर्ट, साप्ताहिक सारांश और विस्तृत मासिक रिपोर्ट सहित खुफिया जानकारी तैयार करता है।
• प्रौद्योगिकी विभाग मोसाद संचालन का समर्थन करने के लिए उन्नत तकनीक विकसित करता है।
को-ऑर्डिनेटेड अटैक: तेज, आक्रामक और एकसाथ तीन तरफ से हमला
2021 में हमास ने 5 मिनट में इजराइल पर 137 रॉकेट दागे थे। इनमें से 90% रॉकेट को इजराइल के आयरन डोम सिस्टम ने हवा में ही खत्म कर दिया था। इजराइल के इस एयर डिफेंस से बचने के लिए हमास ने 20 मिनट में ही 5 हजार रॉकेट दाग दिए। इससे एंटी मिसाइल सिस्टम आयरन डोम बेअसर हो गया।
इसके अलावा हमास का ये हमला को-आर्डिनेटेड था। जिस वक्त रॉकेट से हमला हो। रहा था, उसी दौरान सीमा पर बनी दीवार को बुलडोजर से ढहाया जा रहा था। समुद्री रास्ते से स्पीड बोट के जरिए लड़ाके इजराइल में दाखिल हो रहे थे। पैराग्लाइडिंग के जरिए भी इजराइल में घुसपैठ हो रही थी। एक साथ इतने आक्रामक हमले को रोकने का इजराइल को मौका ही नहीं मिला।
इजराइल ने वेस्ट बैंक की तरफ तैनात कर रखी थी ज्यादातर फोर्स
इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और उनके गठबंधन दल के नेता और रक्षा मंत्री बेन ग्विर वेस्ट बैंक पर कब्जे के हिमायती रहे हैं। सरकार का ज्यादा ध्यान वेस्ट बैंक पर होने का फायदा गाजा पट्टी में हमास ने उठाया। इजराइल की सेना का बड़ा हिस्सा वेस्ट बैंक में तैनात है। 2021 में इजराइल ने गाजा पट्टी में एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया था। इसके बाद से यहां शांति होने की वजह से सुरक्षा एजेंसियों का ध्यान इस तरफ नहीं था। ज्यादा सैनिक न होने की वजह से हमास के लड़ाके हावी हो गए। जब तक सेना एक छोर से दूसरे छोर पर मोबेलाइज होती, तब तक इजराइल का काफी नुकसान हो चुका था।
इजराइल की मीडिया बेंजामिन नेतन्याहू पर भी सवाल उठा रही है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की ताकत कम करने के लिए एक कानून बनाया। इसके बाद पूरे देश में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन होने लगे। सरकार ने इस प्रदर्शन को दबाने में पूरी ताकत लगा दी। इसी बीच सरकार की नजर हमास से हटी और मौका मिलते ही उसने अपना काम कर दिया।
अल अक्सा मस्जिद विवाद और इजराइल सऊदी समझौता भी वजह
अप्रैल 2023 में इजराइल की पुलिस अल अक्सा मस्जिद में घुस गई थी। मस्जिद में जमा उपद्रवियों पर स्टेन गन और रबर की गोलियों से हमला किया गया। पुलिस का कहना था कि उपद्रवी लोग मास्क लगाकर मस्जिद में छिपे हुए थे। उनके पास लाठियां, पटाखे और पत्थर थे। इसके बाद से ही इजराइल और फिलिस्तीन के बीच तनाव बढ़ने लगा। अल अक्सा पर हुए इस हमले के बाद से ही हमास इजराइल को सबक सिखाने की तैयारी कर रहा था। यही वजह है कि अल अक्सा के करीब वाले वेस्ट बैंक एरिया पर सुरक्षा एजेंसियों की नजर थी। इसी बीच फिलिस्तीनियों ने गाजा से जबरदस्त हमला कर दिया।
इजराइल और अरब देशों के बीच कुछ सालों से रिश्ते बेहतर हुए हैं। अमेरिका की कोशिश से बहरीन मोरक्को और UAE ने इजराइल को मान्यता दे दी है। हमास ने सऊदी के रिश्ते इजराइल से बेहतर होते देख इस हमले की तैयारी शुरू कर दी। इस काम के लिए हमास को ईरान ने सह दी। ये हमला इसी का नतीजा है, जिसका अंदाजा इजराइली सरकार और एजेंसी नहीं लगा पाई।
हमास ने रॉकेट दागने की क्षमता और एक्यूरेसी भी बेहतर की
हमास के हमले में इजराइल के फेल होने की एक बड़ी वजह उसके रॉकेट दागने की क्षमता और एक्यूरेसी में बेहतरी भी है। हमास ने एक दिन में ही इजराइल पर 5 हजार रॉकेट दागने का दावा किया है। यह 2014 और 2021 में दागे गए कुल रॉकेट के बराबर है। चारों ओर से इजराइल की कड़े निगरानी के बावजूद आखिर हमास के पास इतने सारे रॉकेट कहां से आता है? दो
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