सरकार के मदद से सोलर पैनल लगाए |
सौर ऊर्जा का उत्पादन कैसे होता है(saur oorja ka utpaadan kaise hota hai)
सूर्य से प्राप्त इस ऊर्जा को फोटोवोल्टिक परिवर्तन द्वारा उतपन्न किया जाता है। जब सूर्य से निकलने वाला प्रकाश सोलर पैनल से टकराता है तो यह विद्युत् उत्पन्न करता है। इसे kW में मापा जाता है। सामान्य आकार का एक सोलर पैनल लगभग 5kW का आता है और लगभग 400 वर्गफुट जगह को घेरता है।
सौर ऊर्जा के उपयोग से घरेलु बिजली व वाणिज्यिक और औद्योगिक उपयोग में लाये जाने वाले पानी को गर्म करने में किया जा सकता है। भारत में पिछले 20 वर्षों में 4,50,000 वर्ग मीटर से ज्यादा क्षेत्र के सौर जल ताप संग्राहक लगाए जा चुके हैं जो हर दिन 220 लाख लीटर जल को 60-70 डिग्री सेल्सियस तक गर्म करते हैं।
सौर ऊर्जा का मुख्य स्रोत क्या है?(saur urja ka mukhy srot kya hai?)
सूर्य और नाभिकीय संलयन सौर ऊर्जा के मुख्य स्रोत हैंसौर ऊर्जा हमारे जीवन के लिए क्यों आवश्यक है?
सूर्य पृथ्वी पर जीवन का मुख्य स्रोत है । इंसानों को अनेक प्रकार की की ऊर्जा भी प्रदान करता है। सूर्य एक परमाणु ‘रिएक्टर है जो ऊर्जा उत्पन्न करता है। आज हम जानेंगे कि सौर ऊर्जा हमारे जीवन के लिए क्यों आवश्यक है?
सौर ऊर्जा हमारे जीवन के लिए क्यों आवश्यक है?
सौर ऊर्जा के कर्ण इ हमरी पृथ्वी पर मोअन में बदलाव सम्भव है। सौर ऊर्जा को खास कर विद्धुत उर्जा मर परिवर्तित कर उसका उपयोग किया जाता है। यह ऊर्जा प्रदान करने के साथ वातावरण में प्रदूषण नहीं फैलाती है क्योंकि इसके कारण कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य हानिकारक गैसों का निर्माण नहीं होता है सौर ऊर्जा के कारण केवल विद्युत का उत्पादन नहीं किया जाता है इसके द्वारा भोजन पकाने सोलर वाटर हीटर गर्म गर्म करने जयपुर आते ही में पानी को गर्म करने गर्म ग्रीन आवासों का निर्माण रासायनिक क्रियाओं पशुधन संग्रहण आज का स्कोर किया जाता है क्योंकि यह इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को शक्ति प्रदान करता है सौर ऊर्जा रात के समय काम नहीं करती है तीसरे की अनुपस्थिति में आप सभी का निर्माण नहीं कर पाते और दिन में भी बादल हो बारिश का मौसम हो जिस कारण विश्व ऊर्जा काम नहीं करती हैसौर ऊर्जा कैसे अपने घरों में लगाएं(How to install solar energy in your home)
आप डिस्कॉम (Discom) के पैनल में शामिल किसी भी विक्रेता द्वारा अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगवा सकता है और सब्सिडी के लिए अप्लाई कर सकते हैं. इसमें विक्रेता द्वारा रूफटॉप सोलर का पांच साल तक रखरखाव की जिम्मेदारी भी शामिल होगी. अगर आप 3 किलोवाट तक का सोलर रूफटॉप पैनल लगवाते हैं, तो आपको सरकार 40 फीसदी तक सब्सिडी देगी.सोलर पैनल लगवाने में कितना खर्च आता है(solar painal lagavane mein kitana kharch aata hai)
2 किलोवाट का सोलर पैनल लगवाने वाले उपभोक्ता को लगभग 1.20 लाख रुपये तक का खर्च आ सकता है. लेकिन 40 फीसदी सब्सिडी मिलने पर यही खर्च घटकर 72 हजार रुपये रह जाएगी और सरकार की ओर से आपको 48,000 रुपये की सब्सिडी मिल जाएगी.घर पर सौर ऊर्जा का उपयोग कैसे करते हैं
सोलर सिस्टम में लगे सोलर पैनल पर जब सूर्य की किरणें पड़ती है तो वह सोलर पैनल किरणों को इकट्ठा कर उनसे बिजली उत्पन्न करता है। उत्पन्न हुई बिजली सोलर बैटरी में इकट्ठा होती हैं। जिसका इस्तेमाल घर के उपकरण जैसे पंखा, टीवी, लाइट इत्यादि को चलाने में किया जाता है।मैं भारत में सरकार से फ्री सोलर पैनल कैसे प्राप्त कर सकता हूं?
देश में बिजली संकट और बढ़ रही गर्मी से निपटने के लिए सरकार ने रूफ टॉप योजना शुरू की है जिसके तहत साल 2026 के 31 मार्च तक आम जनता अपने घर की छतों पर कम लागत में सोलर पैनल लगवा सकेगी. नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) की और से सभी घरों में सोलर पैनल लगाए जाने के लिए प्रति किलोवाट 14,588 रुपए की सब्सिडी दी जा रही है. यह सब्सिडी तीन किलोवाट तक की पैनल लगाने के लिए ली जा सकती है.
बिजली संकट, कोयले के स्टॉक में कमी और बिजली कटौती से परेशान लोगों की मुश्किलों को आसान बनाने के लिए अब आप अपने छत पर आसानी से सोलर पैनल लगवाकर बिजली पैदा कर सकते हैं. आइये जानते है कि इस काम में सरकार हमारी मदद कैसे कर रही है और सोलर पैनल को लगवाने में कितना खर्च आएगा.
भारत सरकार के मदद से घर पर सोलर पैनल लगवाने वाली क्या है योजना?
कोयले के स्टॉक में कमी और बिजली कटौती से परेशान लोगों की मुश्किलों को आसान बनाने के लिए अब आप अपने छत पर आसानी से सोलर पैनल लगवाकर बिजली पैदा कर सकते हैं.
सरकारी मदद से घर पर सोलर पैनल लगवाने वाली क्या है योजना?
सोलर पैनल लगाने पर सरकार देगी सब्सिडी ( Image Source : Getty )
देश में बिजली संकट और बढ़ रही गर्मी से निपटने के लिए सरकार ने रूफ टॉप योजना शुरू की है जिसके तहत साल 2026 के 31 मार्च तक आम जनता अपने घर की छतों पर कम लागत में सोलर पैनल लगवा सकेगी. नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) की और से सभी घरों में सोलर पैनल लगाए जाने के लिए प्रति किलोवाट 14,588 रुपए की सब्सिडी दी जा रही है. यह सब्सिडी तीन किलोवाट तक की पैनल लगाने के लिए ली जा सकती है.
बिजली संकट, कोयले के स्टॉक में कमी और बिजली कटौती से परेशान लोगों की मुश्किलों को आसान बनाने के लिए अब आप अपने छत पर आसानी से सोलर पैनल लगवाकर बिजली पैदा कर सकते हैं. आइये जानते है कि इस काम में सरकार हमारी मदद कैसे कर रही है और सोलर पैनल को लगवाने में कितना खर्च आएगा.
किस पोर्टल की मदद से सोलर पैनल लगवा सकते हैं
सरकारी मदद से घर पर सोलर पैनल लगवाने वाली क्या है योजना?
छतों पर सोलर पैनल लगाने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए जुलाई 2022 में एमएनआरई की तरफ से एक नेशनल पोर्टल की शुरुआत की गई है. इस वेबसाइट के माध्यम से उपभोक्ता ऑनलाइन आवेदन कर सकता है. आवेदन देने लिए आपको आपके राज्य, बिजली बिल नंबर, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और बिजली वितरण कंपनी की जानकारी देनी होगी. इस वेबसाइट पर आपके काम को आसान बनाने के लिए सोलर पैनल लगाने वाले वेंडर की जानकारी भी उपलब्ध कराई गई है.
सरकार दे रही है सब्सिडी
हमारे देश में बिजली की कमी की पूर्ति और सौर्य ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने सोलर रूफटॉप योजना की शुरुआत की है. इसके तहत आप डिस्कॉम पैनल में शामिल कोई भी विक्रेता के जरिये अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगवा सकता है. इसे लगवाने के बाद उपभोक्ता को सब्सिडी के लिए अप्लाई करना होता है और एक महीने के भीतर उपभोक्ता के खाते में सब्सिडी की राशि आ जाती है.
कितनी मिल सकती है सब्सिडी
कोई भी 3 किलोवाट का सोलर पैनल लगवाने पर सरकार की तरफ से उपभोक्ता को 40 फीसदी तक सब्सिडी मिलेगी. वहीं 10 किलोवाट का सोलर पैनल लगवाने पर 20 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी.
सोलर पैनल लगवाने में कितना खर्च
2 किलोवाट का सोलर पैनल लगवाने वाले उपभोक्ता को लगभग 1.20 लाख रुपये तक का खर्च आ सकता है. लेकिन 40 फीसदी सब्सिडी मिलने पर यही खर्च घटकर 72 हजार रुपये रह जाएगी और सरकार की ओर से आपको 48,000 रुपये की सब्सिडी मिल जाएगी.
किस पोर्टल की मदद से सोलर पैनल लगवा सकते हैं
पोर्टल पर कैसे करें अप्लाई अपने छत पर सोलर पैनल लगवाने के लिए सबसे पहले आपको इसकी अधिकारिक वेबसाइट https://solarrooftop.gov.in/ पर जाना होगा. इसके बाद यहां से अप्लाई ऑप्शन पर जाना होगा. अप्लाई पर क्लिक करने के बाद उपभोक्ता के सामने एक और नया पेज खुल जाएगा. इस पेज में सारी जानकारी डाल दें. एमएनआरई के मुताबिक नेशनल पोर्टल पर आवेदन करने का कोई शुल्क नहीं लिया जाता है.
सोलर पैनल क्या है?
सोलर पैनल एक ऐसा उपकरण है जो जिसकी मदद से सूरज से मिल रही ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलता जाता है. इसके लिए किसी भी तरह के ईंधन जैसे पेट्रोल या डीजल की आवश्यकता नहीं होती.सोलर पैनल क्या है और ये कैसे काम करता है
छतों पर लगाकर बिजली प्राप्त किए जाने वाले सोलर पैनल फोटोवोल्टिक सेल्स से बना होता है. ये वह सेल जो सूरज की रोशनी को बिजली में बदलता है. फोटोवोल्टिक सेल्स को सिलिकॉन जैसे सेमी-कंडक्टिंग पदार्थ की परतों के बीच फिट कर दिया जाता है. इन सभी परतों के अलग इलेक्ट्रॉनिक गुण हैं जो सूरज की रोशनी में मौजूद फोटॉन के साथ संपर्क में आने के बाद एक्टिव हो जाता है और एक्टिव होने के साथ ही एक इलेक्ट्रिक फील्ड बनाता है. इसे फोटोइलेक्ट्रिक इफेक्ट के रूप में जाना जाता है इसी से बिजली पैदा करने के लिए जरूरी करंट बनाता है.
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