कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में राम कथा की आयोजन 15 अगस्त में 2023 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुरारी बापू के दौरान कथा सुनाया जा रहा था। मुरारी बाबू भारत के गुजरात राज्य के रहने वाले हैं। उनका अपना एक अलग ही अंदाज है राम कथा सुनने का एक तरह से कह तो वह पूरी की क्रियात्मक तरीके से राम कथा सुनाते हैं। जिन्हें लोग सुनना काफी पसंद करते हैं।
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कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में राम कथा |
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक मंगलवार को मुरारी बापू की रामकथा में शामिल हुए। ये रामकथा ब्रिटेन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में हो रही है। कैंब्रिज यूनिवर्सिटी जो की दुनिया में तीसरे नंबर पर आता है यहां सुनक ने कहा कि वे PM नहीं बल्कि एक हिंदू के तौर पर कथा में शामिल हुए हैं । इस दौरान उन्होंने जय श्री राम का नारा भी लगाया। ऋषि सुनक ने कहा- मेरे लिए धर्म बहुत व्यक्तिगत है। यह जीवन के हर पहलू में मुझे रास्ता दिखाता है। प्रधानमंत्री होना एक सम्मान की बात है, लेकिन यह कोई आसान काम नहीं है । यहां आपको कठिन फैसले लेने होते हैं ।
सुनक बोले- राम मुझे प्रेरणा देते हैं, चुनौतियों का सामना करना सिखाते हैं ऋषि सुनक ने कहा- धर्म मुझे देश के लिए बेस्ट काम करने के लिए साहस और शक्ति देता है । राम हमेशा से मुझे प्रेरणा देते हैं। वे जीवन की चुनौतियों का साहस के साथ सामना करना विनम्रता के साथ शासन करना और निस्वार्थ भाव से काम करना सिखाते गहैं।
उन्होंने आगे कहा- जब मैं चांसलर था, उस दौरान दीपावली पर 11 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर दिए जलाना मेरे लिए बहुत खास पल था । मुझे हिंदू होने पर गर्व है और ब्रिटिश होने पर भी । ऋषि सुनक हिंदू धर्म को मानते हैं और कृष्ण भक्त हैं ।
सांसद पद की शपथ उन्होंने ब्रिटिश संसद यानी ऑफ कामंस में भगवत गीता से ली थी । ऋषि कह चुके हैं कि भगवत गीता अक्सर उन्हें तनावपूर्ण परिस्थितियों से बचाती है और उन्हें कर्तव्य पर डटे रहने की याद दिलाती है ।
मेरे लिए आस्था बहुत व्यक्तिगत- ऋषि सुनक
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कहा, मेरे लिए आस्था बहुत व्यक्तिगत है। यह मेरे जीवन के हर पहलू में मेरा मार्गदर्शन करती है. प्रधानमंत्री बनना एक बड़ा सम्मान है, लेकिन यह कोई आसान काम नहीं है. हमें कठिन निर्णय लेने होते हैं, कठिन विकल्पों का सामना करना पड़ता है और यह मुझे अपने देश के लिए सर्वश्रेष्ठ करने के लिए साहस, शक्ति और लचीलापन देता है." मोरारी बापू ने भारतीय तिरंगा फहराया: कथा से पहले मोरारी बापू ने सुबह आजादी के अमृत महोत्सव समारोह के हिस्से के रूप में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में भारतीय स्वतंत्रता का प्रतीक भारतीय तिरंगा फहराया
मोरारी बापू ने 921वा पाठ किया आयोजित:
मुरारी बापू जी

बता दें कि यह एक महत्वपूर्ण क्षण है क्योंकि मोरारी बापू ने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के मैदान में 'मानस विश्वविद्यालय' शीर्षक से अपना 921वां पाठ आयोजित किया है, जो इसे ब्रिटिश विश्वविद्यालय में आयोजित हिंदू कार्यक्रम का अग्रणी उदाहरण बनाता है.
भगवत गीता और हनुमान चालीसा को भी फॉलो करते हैं सुनक रामकथा में ऋषि सुनक ने अपने बचपन को भी याद किया। उन्होंने कहा- बचपन में हम स्थानीय मंदिर में जाते थे। वहां मेरा परिवार हवन, पूजा और आरती कराता था। इसके बाद मैं अपने भाई-बहनों और कजिन्स के साथ प्रसाद बांटता था। सुनक ने कहा कि वे रामायण के साथ भगवत गीता और हनुमान चालीसा को भी फॉलो करते हैं।
उन्होंने मोरारी बापू का भी धन्यवाद किया। ऋषि सुनाक की टेबल पर रखी रहती है गणेश भगवान की मूर्ति सुनक ने कहा कि जिस तरह मोरारी बापू के आसन के पीछे हनुमान जी की सुनहरी तस्वीर लगी हुई है, उसी तरह मेरे ऑफिस की टेबल पर गणेश जी की सुनहरी मूर्ति रखी रहती है। उनकी मूर्ति मुझे लगातार कोई काम करने से पहले सुनने और उस पर विचार करने के जरूरत की याद दिलाती है।
जनमाष्टमी पर पत्नी के साथ कृष्ण मंदिर गए थे। ऋषि सुनक
कृष्ण जन्माष्टमी में कृष्ण मंदिर गए थे। ऋषि सुनक

इससे पहले पिछले साल सुनक पत्नी अक्षता के साथ कृष्ण मंदिर में जनमाष्टमी मनाने भी पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा था- मैं पत्नी के साथ भक्ति वेदांत मनोर मंदिर में जन्माष्टमी मनाने गया था। यह हिन्दुओं का लोकप्रिय त्योहार है। हम इसे धूमधाम से मनाते हैं। इसमें भगवान कृष्ण है। के जन्म का जश्न मनाया जाता
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